बेवर और हाइड्रोपोनिक्स
हाइड्रोपोनिक या हाइड्रोपोनिक्स सुनने में बहुत ही क्लिष्ट लगता है। वास्तव में बिना मिट्टी के पौधे उगाने की तकनीक को हाइड्रोपोनिक्स कहते हैं।

हाइड्रोपोनिक शब्द की उत्पत्ति दो ग्रीक शब्दों ‘हाइड्रो’ (Hydro) तथा ‘पोनोस (Ponos) से मिलकर हुई है। हाइड्रो का मतलब है पानी, जबकि पोनोस का अर्थ है कार्य।
बेवर ऑनलाइन डाॅट काॅम का एक उद्देश्य बेवर की प्रतिभाओं को एक सार्थक मंच प्रदान करना भी है इसी सीरीज़ में हम आज आपको शिवम मिश्रा के बारे में बताना चाहेंगे। जो बेवर के रसूलाबाद में हाइड्रोपोनिक फार्मिंग का सफल प्रयोग कर रहे हैं।
शिवम मिश्रा को शुरू से ही कुछ अलग करने की ललक थी जिससे उन्हें लोग वर्षो तक याद करें। शिवम ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा यानि 10th अमोद मेमोरियल पब्लिक स्कूल और 12th आदर्श जनता इंटर कॉलेज, बेवर से पूरी की।
इसके बाद, जैसा कि आजकल सभी 12th पास PCM के स्टूडेंट्स करते हैं इन्होने एक अच्छे ग्रेजुऐशन कोर्स के लिए कोचिंग शुरू कर दी और वाया सुभाष एकेडेमी इन्होने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी, भोपाल से 2013 में BCA पूरा कर लिया।

फिर सुनहरे भविष्य की तलाश में ग्रेटर नोएडा निकल गयें।
ग्रेटर नोएडा में शिवम ने आर्गेनिक तत्व (organic tattva) कम्पनी में काम किया जो कि आर्गेनिक फूड्स के श्रेत्र में प्रतिष्ठित नाम है। यहाँ काम करते हुए ही शिवम ने निश्चय किया कि भविष्य में जब भी मौका मिलेगा तो स्वयं आर्गेनिक खेती करेंगे और इसके लाभ सभी लोगों तक पहुँचाने की कोशिश करेंगे। बेवर आकर जब शिवम आर्गेनिक खेती के बारे में रिसर्च कर रहे थे तब उनका ध्यान हाइड्रोपोनिक्स तकनीक पर गया।
शिवम मिश्रा को हाइड्रोपोनिक्स के श्रेत्र में जाने की प्रेरणा यूट्यूब (YouTube) से मिली। विडियो देख- देख कर कुछ - कुछ प्रयोग शुरू किये।

"मुझे हाइड्रोपोनिक फार्मिंग की प्रेरणा यूट्यूब से मिली मैंने यूट्यूब पर इजराइल कनाडा और भी कई विदेशों के वीडियोस यूट्यूब पर देखे और मुझे लगा क्या हम इसको अपने इंडिया में कर सकते हैं या नही। मैंने रिसर्च किया और रिसर्च करने के बाद स्वयं कोशिश की उसके बाद मैंने एक कनाडा के फ्रेंड की हेल्प ली और उस फ्रेंड की हेल्प लेने के बाद मुझे यह सारी चीजें समझ में आने लगी और मैं उसकी तरफ़ और अधिक उत्साह से आगे बढ़ा और हाइड्रोपोनिक फार्मिंग का सफल प्रयोग शुरू कर दिया।" - शिवम मिश्रा।
इस बीच शिवम मिश्रा को हाइड्रोपोनिक्स के श्रेत्र में धाकड़ हाई टेक नर्सरी, मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध के बारे में पता चला।
जोकि अपने फेसबुक पेज के जरिए लोगों में हाइड्रोपोनिक फार्मिंग के सफल प्रयोग शेयर कर उत्सुकता फैला रही थी।
शिवम ने रतलाम जाकर उनके प्रोसेस को देखा- समझा और सीखा फिर बेवर आकर अपनी तकनीक में उनके सुझावों को भी सम्मिलित किया।

शिवम इस तकनीक में उपज की सफलता दर 80% आंकते हैं। हमारे पूँछे जाने पर उन्होंने अपने इस प्रायोगिक खेती को दस में से आठ अंक दिए। उनके अनुसार हाइड्रोपोनिक फार्मिंग तकनीक से सफलतापूर्वक होने वाली फसलें।
सलाद: सलाद पत्ता(Lettuce), धनिया, सोया, गाज़र, मूली
सब्जियाँ: बन्द गोभी, पालक, मैथी, आलू , बैंगन, टमाटर, लौकी
फल: खरबूज, तरबूज, खीरा, ककडी

हाइड्रोपोनिक्स तकनीक सबसे उपयुक्त उन जगहों के लिए है जहाँ जमीन या तापमान खेती के लायक न हो। जैसे कि खाड़ी के देश (दुबई, सउदी अरब, इजरायल आदि) या फिर हमेशा बर्फ से घिरे रहने वाले देश कनाडा, नार्वे आदि।
यहाँ ताज़े सलाद व सब्जियों को उपलब्ध कराने के लिए इन तकनीकों का सहारा लिया जाता है।
भारत उपजाऊ ज़मीन और वातावरण के मामले में सौभाग्यशाली है, फिर इस तकनीक का क्या लाभ है ?
बिलकुल सही कहा आपने।
हाइड्रोपोनिक फार्मिंग को वैकल्पिक खेती या शौकिया खेती कहना उचित होगा। यानि आप इसका प्रयोग किचिन गार्डन के तौर पर कर सकते हैं। आज के आधुनिक समय में खुले आँगन और चारदीवारी वाले घर खत्म से हुये जा रहे हैं और इस समय की अपार्टमेंट संस्कृति में अगर आप स्वयं की उगाई सब्जियां खाना चाहते हैं तो यह तकनीक कारगर साबित हो सकती है।
शिवम मिश्रा पिछले दो सालों से बेवर में रहकर हाइड्रोपोनिक फार्मिंग कर रहे हैं।

अब वह हाइड्रोपोनिक्स का पूरा प्रोसेस यानि, स्ट्रक्चर- फेवरिकेशन व प्लांटेशन सभी कुछ स्वयं करते हैं इसके अलावा जो लोग हाइड्रोपोनिक्स के श्रेत्र में दिलचस्पी रखते हैं शिवम उनको मदद करने और प्रेरित करने का काम करते हैं।
आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी जरूर लिखें ताकि बाकी लोगों को पता चल सके।
जो लोग और गहन जानकारी चाहते हैं उनके लिए हम फर्रदर रीडिंग लिस्ट दे रहे हैं।
Further reading list:
हाइड्रोपोनिक्स के बारे विवरण: https://hindi.indiawaterportal.org/node/54528
सिम्पली हाइड्रोपोनिक्स, उपकरण एवं विधियां: https://www.simplyhydro.com/
आर्गेनिक तत्त्व की वेबसाइट: https://www.organictattva.com
धाकड़ हाई टेक नर्सरी का पेज: https://m.facebook.com/www.dhakadhitechnursery/posts/our-mother-plants/2301011480146451/
शिवम मिश्रा का YouTube चैनल: https://www.youtube.com/channel/UCUGEddkOP0lkpkkB-l7NVVg